सुस्वागतम.....आरोग्य पर सचमुच कमाल की पेशकारी है आपका ब्लॉग...मुझे आपके ब्लॉग की तस्वीरें बहुत अच्छी लगीं..यूं लगता है जैसे हम बाग़ में ही पहुँच गए हों.इतना अच्छा ब्लॉग जल्द ही बुलंदियों को छूएगा.....केवल आधा पेट भोजन का फ़ॉर्मूला बहुत ही सटीक है...इसके फायदे तो वही जान सकता है जिस ने इसे अपनाया हो...ठूस ठूस कर पेट भरने के तो हजारों नुक्सान...!
यह तो हर पल याद रखने योग्य मन्त्र है...!
भोजन आधा पेट कर कर, दुगुना पानी पी = तिगुना श्रम, चौगुनी हँसी, वर्ष सवा सौ आधा पेट कर, दुगुना पानी पी = तिगुना श्रम, चौगुनी हँसी, वर्ष सवा सौ पी = तिगुना श्रम, चौगुनी हँसी, वर्ष सवा सौ
क्या बात है!!!!!
ReplyDeletehttp://www.mydunali.blogspot.com/
सत्य वचन
ReplyDeleteआप तो सूरज की तरह किरणें बिखेर रहे हैं या चाँद की तरह प्रतिदिन बढ़ जा रहे हैं.
क्या खून आपको !!
तुझे सूरज कहूँ या चंदा !!
सुस्वागतम.....आरोग्य पर सचमुच कमाल की पेशकारी है आपका ब्लॉग...मुझे आपके ब्लॉग की तस्वीरें बहुत अच्छी लगीं..यूं लगता है जैसे हम बाग़ में ही पहुँच गए हों.इतना अच्छा ब्लॉग जल्द ही बुलंदियों को छूएगा.....केवल आधा पेट भोजन का फ़ॉर्मूला बहुत ही सटीक है...इसके फायदे तो वही जान सकता है जिस ने इसे अपनाया हो...ठूस ठूस कर पेट भरने के तो हजारों नुक्सान...!
ReplyDeleteयह तो हर पल याद रखने योग्य मन्त्र है...!
भोजन आधा पेट कर कर, दुगुना पानी पी = तिगुना श्रम, चौगुनी हँसी, वर्ष सवा सौ आधा पेट कर, दुगुना पानी पी = तिगुना श्रम, चौगुनी हँसी, वर्ष सवा सौ पी = तिगुना श्रम, चौगुनी हँसी, वर्ष सवा सौ
great
ReplyDeletesvaagateya
ReplyDeletebadhaai
veerubhai1947.blogspot.com
...शायद इसे ही 'नियंत्रण' या 'अंकुश' कहते है!.....बहुत बढिया कथन!
ReplyDelete